Original

कृतकृत्या हि वैदेही छायेवानुगता पतिम् ।न जहाति रता धर्मे मेरुमर्कप्रभा यथा ॥ २१ ॥

Segmented

कृतकृत्या हि वैदेही छाया इव अनुगता पतिम् न जहाति रता धर्मे मेरुम् अर्क-प्रभा यथा

Analysis

Word Lemma Parse
कृतकृत्या कृतकृत्य pos=a,g=f,c=1,n=s
हि हि pos=i
वैदेही वैदेही pos=n,g=f,c=1,n=s
छाया छाया pos=n,g=f,c=1,n=s
इव इव pos=i
अनुगता अनुगम् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
पतिम् पति pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
जहाति हा pos=v,p=3,n=s,l=lat
रता रम् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
धर्मे धर्म pos=n,g=m,c=7,n=s
मेरुम् मेरु pos=n,g=m,c=2,n=s
अर्क अर्क pos=n,comp=y
प्रभा प्रभा pos=n,g=f,c=1,n=s
यथा यथा pos=i