रामायणम् — 2.34.10
Original
Segmented
औपवाह्यम् रथम् युक्त्वा त्वम् आयाहि हय-उत्तमैः प्रापय एनम् महाभागम् इतो जनपदात् परम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| औपवाह्यम् | औपवाह्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रथम् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| युक्त्वा | युज् | pos=vi |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आयाहि | आया | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| हय | हय | pos=n,comp=y |
| उत्तमैः | उत्तम | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| प्रापय | प्रापय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| महाभागम् | महाभाग | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| इतो | इतस् | pos=i |
| जनपदात् | जनपद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| परम् | परम् | pos=i |