रामायणम् — 2.21.20
Original
Segmented
व्रत-उपवास-निरता या नारी परम-उत्तमा भर्तारम् न अनुवर्तेत सा च पाप-गतिः भवेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| व्रत | व्रत | pos=n,comp=y |
| उपवास | उपवास | pos=n,comp=y |
| निरता | निरम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| नारी | नारी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| उत्तमा | उत्तम | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| भर्तारम् | भर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| न | न | pos=i |
| अनुवर्तेत | अनुवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| पाप | पाप | pos=a,comp=y |
| गतिः | गति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |