रामायणम् — 2.17.13
Original
Segmented
मातरम् राघवः किंचित् प्रसार्य अञ्जलिम् अब्रवीत् स स्वभाव-विनीतः च गौरवाच् च तदा आनतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| मातरम् | मातृ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| राघवः | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्रसार्य | प्रसारय् | pos=vi |
| अञ्जलिम् | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| स्वभाव | स्वभाव | pos=n,comp=y |
| विनीतः | विनी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| गौरवाच् | गौरव | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| च | च | pos=i |
| तदा | तदा | pos=i |
| आनतः | आनम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |