रामायणम् — 2.108.9
Original
Segmented
कुतः कल्याण-सत्त्वायाः कल्याण-अभिरत्याः तथा चलनम् तात वैदेह्यास् तपस्विषु विशेषतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कुतः | कुतस् | pos=i |
| कल्याण | कल्याण | pos=a,comp=y |
| सत्त्वायाः | सत्त्व | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| कल्याण | कल्याण | pos=a,comp=y |
| अभिरत्याः | अभिरति | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| चलनम् | चलन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| वैदेह्यास् | वैदेही | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| तपस्विषु | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| विशेषतः | विशेषतः | pos=i |