रामायणम् — 1.45.20
Original
Segmented
न हन्तव्यो न हन्तव्य इत्य् एवम् दितिः अब्रवीत् निष्पपात ततः शक्रो मातुः वचन-गौरवात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| हन्तव्यो | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| न | न | pos=i |
| हन्तव्य | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| इत्य् | इति | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| दितिः | दिति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| निष्पपात | निष्पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततः | ततस् | pos=i |
| शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मातुः | मातृ | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| वचन | वचन | pos=n,comp=y |
| गौरवात् | गौरव | pos=n,g=n,c=5,n=s |