रामायणम् — 1.33.5
Original
Segmented
कस्यचित् त्व् अथ कालस्य कुशनाभस्य धीमतः जज्ञे परम-धर्मिष्ठः गाधिः इत्य् एव नामतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कस्यचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| त्व् | तु | pos=i |
| अथ | अथ | pos=i |
| कालस्य | काल | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कुशनाभस्य | कुशनाभ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| धीमतः | धीमत् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| जज्ञे | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| धर्मिष्ठः | धर्मिष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| गाधिः | गाधि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इत्य् | इति | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| नामतः | नामन् | pos=n,g=n,c=5,n=s |