महाभारतम् — 9.63.38
Original
Segmented
यदि जानाति चार्वाकः परिव्राड् वाच्-विशारदः करिष्यति महाभागो ध्रुवम् सो ऽपचितिम् मम
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यदि | यदि | pos=i |
| जानाति | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| चार्वाकः | चार्वाक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिव्राड् | परिव्राज् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
| विशारदः | विशारद | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| करिष्यति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| महाभागो | महाभाग | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपचितिम् | अपचिति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |