महाभारतम् — 9.55.6
Original
Segmented
संजय उवाच स मेघ-निनदः हर्षाद् विनदन्न् इव गो वृषः आजुहाव ततः पार्थम् युद्धाय युधि वीर्यवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मेघ | मेघ | pos=n,comp=y |
निनदः | निनद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हर्षाद् | हर्ष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
विनदन्न् | विनद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
इव | इव | pos=i |
गो | गो | pos=i |
वृषः | वृष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आजुहाव | आह्वा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततः | ततस् | pos=i |
पार्थम् | पार्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
युद्धाय | युद्ध | pos=n,g=n,c=4,n=s |
युधि | युध् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |