Original

अप्रियाणि ततोऽन्योन्यमुक्त्वा तौ कुरुपुंगवौ ।उदीक्षन्तौ स्थितौ वीरौ वृत्रशक्राविवाहवे ॥ ४४ ॥

Segmented

अप्रियाणि ततो ऽन्योन्यम् उक्त्वा तौ कुरु-पुंगवौ उदीक्षन्तौ स्थितौ वीरौ वृत्र-शक्रौ इव आहवे

Analysis

Word Lemma Parse
अप्रियाणि अप्रिय pos=a,g=n,c=2,n=p
ततो ततस् pos=i
ऽन्योन्यम् अन्योन्य pos=n,g=m,c=2,n=s
उक्त्वा वच् pos=vi
तौ तद् pos=n,g=m,c=1,n=d
कुरु कुरु pos=n,comp=y
पुंगवौ पुंगव pos=n,g=m,c=1,n=d
उदीक्षन्तौ उदीक्ष् pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part
स्थितौ स्था pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part
वीरौ वीर pos=n,g=m,c=1,n=d
वृत्र वृत्र pos=n,comp=y
शक्रौ शक्र pos=n,g=m,c=1,n=d
इव इव pos=i
आहवे आहव pos=n,g=m,c=7,n=s