महाभारतम् — 9.37.48
Original
Segmented
ततो देवः प्रीत-मनाः तम् ऋषिम् पुनः अब्रवीत् तपः ते वर्धताम् विप्र मद्-प्रसादात् सहस्रधा आश्रमे च इह वत्स्यामि त्वया सार्धम् अहम् सदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततो | ततस् | pos=i |
| देवः | देव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रीत | प्री | pos=va,comp=y,f=part |
| मनाः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वर्धताम् | वृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| विप्र | विप्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| प्रसादात् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| सहस्रधा | सहस्रधा | pos=i |
| आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| च | च | pos=i |
| इह | इह | pos=i |
| वत्स्यामि | वस् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |