Original

जनमेजय उवाच ।कस्मात्सरस्वती ब्रह्मन्निवृत्ता प्राङ्मुखी ततः ।व्याख्यातुमेतदिच्छामि सर्वमध्वर्युसत्तम ॥ ३७ ॥

Segmented

जनमेजय उवाच कस्मात् सरस्वती ब्रह्मन् निवृत्ता प्राच्-मुखी ततः व्याख्यातुम् एतद् इच्छामि सर्वम् अध्वर्यु-सत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
जनमेजय जनमेजय pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
कस्मात् कस्मात् pos=i
सरस्वती सरस्वती pos=n,g=f,c=1,n=s
ब्रह्मन् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
निवृत्ता निवृत् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
प्राच् प्राञ्च् pos=a,comp=y
मुखी मुख pos=a,g=f,c=1,n=s
ततः ततस् pos=i
व्याख्यातुम् व्याख्या pos=vi
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
इच्छामि इष् pos=v,p=1,n=s,l=lat
सर्वम् सर्व pos=n,g=n,c=2,n=s
अध्वर्यु अध्वर्यु pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s