महाभारतम् — 9.36.1
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच ततो विनशनम् राजन्न् आजगाम हलायुधः शूद्र-आभीरान् प्रति द्वेषाद् यत्र नष्टा सरस्वती
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ततो | ततस् | pos=i |
विनशनम् | विनशन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
आजगाम | आगम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हलायुधः | हलायुध | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शूद्र | शूद्र | pos=n,comp=y |
आभीरान् | आभीर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
प्रति | प्रति | pos=i |
द्वेषाद् | द्वेष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
नष्टा | नश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
सरस्वती | सरस्वती | pos=n,g=f,c=1,n=s |