महाभारतम् — 9.34.38
Original
Segmented
जनमेजय उवाच किमर्थम् भगवान् सोमो यक्ष्मणा समगृह्यत कथम् च तीर्थ-प्रवरे तस्मिन् चन्द्रः न्यमज्जत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
किमर्थम् | किमर्थम् | pos=i |
भगवान् | भगवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सोमो | सोम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यक्ष्मणा | यक्ष्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
समगृह्यत | संग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
कथम् | कथम् | pos=i |
च | च | pos=i |
तीर्थ | तीर्थ | pos=n,comp=y |
प्रवरे | प्रवर | pos=a,g=n,c=7,n=s |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
चन्द्रः | चन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न्यमज्जत | निमज्ज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |