महाभारतम् — 9.34.33
Original
Segmented
जनमेजय उवाच सारस्वतानाम् तीर्थानाम् गुण-उत्पत्तिम् वदस्व मे फलम् च द्विपदाम् श्रेष्ठ कर्म-निर्वृत्तिम् एव च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सारस्वतानाम् | सारस्वत | pos=a,g=n,c=6,n=p |
तीर्थानाम् | तीर्थ | pos=n,g=n,c=6,n=p |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
उत्पत्तिम् | उत्पत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वदस्व | वद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
द्विपदाम् | द्विपद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,comp=y |
निर्वृत्तिम् | निर्वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |