Original

किं न पश्यसि मां पाप गदायुद्धे व्यवस्थितम् ।हिमवच्छिखराकारां प्रगृह्य महतीं गदाम् ॥ ४७ ॥

Segmented

किम् न पश्यसि माम् पाप गदा-युद्धे व्यवस्थितम् हिमवत्-शिखर-आकाराम् प्रगृह्य महतीम् गदाम्

Analysis

Word Lemma Parse
किम् किम् pos=i
pos=i
पश्यसि दृश् pos=v,p=2,n=s,l=lat
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
पाप पाप pos=a,g=m,c=8,n=s
गदा गदा pos=n,comp=y
युद्धे युद्ध pos=n,g=n,c=7,n=s
व्यवस्थितम् व्यवस्था pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
हिमवत् हिमवन्त् pos=n,comp=y
शिखर शिखर pos=n,comp=y
आकाराम् आकार pos=n,g=f,c=2,n=s
प्रगृह्य प्रग्रह् pos=vi
महतीम् महत् pos=a,g=f,c=2,n=s
गदाम् गदा pos=n,g=f,c=2,n=s