महाभारतम् — 9.32.27
Original
Segmented
पाञ्चालाः पाण्डवेयाः च धर्मराज-पुरोगमाः तद् वचो भीमसेनस्य सर्व एव अभ्यपूजयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पाञ्चालाः | पाञ्चाल | pos=n,g=m,c=1,n=p |
पाण्डवेयाः | पाण्डवेय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
धर्मराज | धर्मराज | pos=n,comp=y |
पुरोगमाः | पुरोगम | pos=a,g=m,c=1,n=p |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वचो | वचस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भीमसेनस्य | भीमसेन | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
एव | एव | pos=i |
अभ्यपूजयन् | अभिपूजय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |