Original

हत्वा दुर्योधनं चापि प्रयच्छोर्वीं ससागराम् ।धर्मराजाय कौन्तेय यथा विष्णुः शचीपतेः ॥ २३ ॥

Segmented

हत्वा दुर्योधनम् च अपि प्रयच्छ उर्वीम् स सागराम् धर्मराजाय कौन्तेय यथा विष्णुः शचीपतेः

Analysis

Word Lemma Parse
हत्वा हन् pos=vi
दुर्योधनम् दुर्योधन pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
अपि अपि pos=i
प्रयच्छ प्रयम् pos=v,p=2,n=s,l=lot
उर्वीम् उर्वी pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
सागराम् सागर pos=n,g=f,c=2,n=s
धर्मराजाय धर्मराज pos=n,g=m,c=4,n=s
कौन्तेय कौन्तेय pos=n,g=m,c=8,n=s
यथा यथा pos=i
विष्णुः विष्णु pos=n,g=m,c=1,n=s
शचीपतेः शचीपति pos=n,g=m,c=6,n=s