महाभारतम् — 9.30.1
Original
Segmented
संजय उवाच ततस् तेषु अपयातेषु रथेषु त्रिषु पाण्डवाः तम् ह्रदम् प्रत्यपद्यन्त यत्र दुर्योधनो ऽभवत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| ततस् | ततस् | pos=i |
| तेषु | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| अपयातेषु | अपया | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| रथेषु | रथ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| पाण्डवाः | पाण्डव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ह्रदम् | ह्रद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रत्यपद्यन्त | प्रतिपद् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| दुर्योधनो | दुर्योधन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |