महाभारतम् — 9.3.44
Original
Segmented
न जानीते हि यः श्रेयः श्रेयस् च अवमन्यते स क्षिप्रम् भ्रश्यते राज्यात् न च श्रेयो ऽनुविन्दति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
जानीते | ज्ञा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
हि | हि | pos=i |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रेयः | श्रेयस् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
श्रेयस् | श्रेयस् | pos=a,g=n,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
अवमन्यते | अवमन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
भ्रश्यते | भ्रंश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
राज्यात् | राज्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
श्रेयो | श्रेयस् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ऽनुविन्दति | अनुविद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |