महाभारतम् — 9.3.3
Original
Segmented
विमुखे तव पुत्रे तु शोक-उपहत-चेतसि भृश-उद्विग्नेषु सैन्येषु दृष्ट्वा पार्थस्य विक्रमम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विमुखे | विमुख | pos=a,g=m,c=7,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
पुत्रे | पुत्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
तु | तु | pos=i |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
उपहत | उपहन् | pos=va,comp=y,f=part |
चेतसि | चेतस् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भृश | भृश | pos=a,comp=y |
उद्विग्नेषु | उद्विज् | pos=va,g=n,c=7,n=p,f=part |
सैन्येषु | सैन्य | pos=n,g=n,c=7,n=p |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
पार्थस्य | पार्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विक्रमम् | विक्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |