महाभारतम् — 9.3.28
Original
Segmented
वायुना इव विधूतानि ते अनीकानि सर्वशः शरद्-अम्भोद-जालानि व्यशीर्यन्त समन्ततः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वायुना | वायु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| विधूतानि | विधू | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अनीकानि | अनीक | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| सर्वशः | सर्वशस् | pos=i |
| शरद् | शरद् | pos=n,comp=y |
| अम्भोद | अम्भोद | pos=n,comp=y |
| जालानि | जाल | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| व्यशीर्यन्त | विशृ | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| समन्ततः | समन्ततः | pos=i |