महाभारतम् — 9.3.1
Original
Segmented
संजय उवाच शृणु राजन्न् अवहितो यथा वृत्तो महान् क्षयः कुरूणाम् पाण्डवानाम् च समासाद्य परस्परम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राजन्न् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अवहितो | अवहित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
वृत्तो | वृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
क्षयः | क्षय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुरूणाम् | कुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
पाण्डवानाम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
च | च | pos=i |
समासाद्य | समासादय् | pos=vi |
परस्परम् | परस्पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |