Original

दुःखेन महता राजा संतप्तो भरतर्षभ ।पुनर्गावल्गणिं सूतं पर्यपृच्छद्यथातथम् ॥ ५० ॥

Segmented

दुःखेन महता राजा संतप्तो भरत-ऋषभ पुनः गावल्गणिम् सूतम् पर्यपृच्छद् यथातथम्

Analysis

Word Lemma Parse
दुःखेन दुःख pos=n,g=n,c=3,n=s
महता महत् pos=a,g=n,c=3,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
संतप्तो संतप् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
पुनः पुनर् pos=i
गावल्गणिम् गावल्गणि pos=n,g=m,c=2,n=s
सूतम् सूत pos=n,g=m,c=2,n=s
पर्यपृच्छद् परिप्रच्छ् pos=v,p=3,n=s,l=lan
यथातथम् यथातथ pos=a,g=n,c=2,n=s