Original

रथिनः पतमानाश्च व्यदृश्यन्त नरोत्तम ।गगनात्प्रच्युताः सिद्धाः पुण्यानामिव संक्षये ॥ ३४ ॥

Segmented

रथिनः पतन्तः च व्यदृश्यन्त नरोत्तम गगनात् प्रच्युताः सिद्धाः पुण्यानाम् इव संक्षये

Analysis

Word Lemma Parse
रथिनः रथिन् pos=n,g=m,c=1,n=p
पतन्तः पत् pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
pos=i
व्यदृश्यन्त विदृश् pos=v,p=3,n=p,l=lan
नरोत्तम नरोत्तम pos=n,g=m,c=8,n=s
गगनात् गगन pos=n,g=n,c=5,n=s
प्रच्युताः प्रच्यु pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
सिद्धाः सिद्ध pos=n,g=m,c=1,n=p
पुण्यानाम् पुण्य pos=n,g=n,c=6,n=p
इव इव pos=i
संक्षये संक्षय pos=n,g=m,c=7,n=s