महाभारतम् — 9.17.33
Original
Segmented
भग्न-चक्रान् रथान् केचिद् अवहन् तुरगाः रणे रथ-अर्धम् केचिद् आदाय दिशो दश विबभ्रमुः तत्र तत्र च दृश्यन्ते योक्त्रैः श्लिष्टाः स्म वाजिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भग्न | भञ्ज् | pos=va,comp=y,f=part |
चक्रान् | चक्र | pos=n,g=m,c=2,n=p |
रथान् | रथ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
अवहन् | वह् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
तुरगाः | तुरग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
रथ | रथ | pos=n,comp=y |
अर्धम् | अर्ध | pos=n,g=n,c=2,n=s |
केचिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
आदाय | आदा | pos=vi |
दिशो | दिश् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
दश | दशन् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
विबभ्रमुः | विभ्रम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
तत्र | तत्र | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
च | च | pos=i |
दृश्यन्ते | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
योक्त्रैः | योक्त्र | pos=n,g=n,c=3,n=p |
श्लिष्टाः | श्लिष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
स्म | स्म | pos=i |
वाजिनः | वाजिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |