Original

द्रौणिस्तु समरे दृष्ट्वा पाण्डवस्य पराक्रमम् ।रथेनातिपताकेन पाण्डवं प्रत्यवारयत् ॥ २० ॥

Segmented

द्रौणि तु समरे दृष्ट्वा पाण्डवस्य पराक्रमम् रथेन अति पताकेन पाण्डवम् प्रत्यवारयत्

Analysis

Word Lemma Parse
द्रौणि द्रौणि pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
समरे समर pos=n,g=n,c=7,n=s
दृष्ट्वा दृश् pos=vi
पाण्डवस्य पाण्डव pos=n,g=m,c=6,n=s
पराक्रमम् पराक्रम pos=n,g=m,c=2,n=s
रथेन रथ pos=n,g=m,c=3,n=s
अति अति pos=i
पताकेन पताका pos=n,g=m,c=3,n=s
पाण्डवम् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=s
प्रत्यवारयत् प्रतिवारय् pos=v,p=3,n=s,l=lan