Original

अगम्यरूपा पृथिवी मांसशोणितकर्दमा ।बभूव भरतश्रेष्ठ रुद्रस्याक्रीडनं यथा ।भीरूणां त्रासजननी शूराणां हर्षवर्धनी ॥ १७ ॥

Segmented

अगम्य-रूपा पृथिवी मांस-शोणित-कर्दमा बभूव भरत-श्रेष्ठ रुद्रस्य आक्रीडनम् यथा भीरूणाम् त्रास-जनना शूराणाम् हर्ष-वर्धनी

Analysis

Word Lemma Parse
अगम्य अगम्य pos=a,comp=y
रूपा रूप pos=n,g=f,c=1,n=s
पृथिवी पृथिवी pos=n,g=f,c=1,n=s
मांस मांस pos=n,comp=y
शोणित शोणित pos=n,comp=y
कर्दमा कर्दम pos=n,g=f,c=1,n=s
बभूव भू pos=v,p=3,n=s,l=lit
भरत भरत pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
रुद्रस्य रुद्र pos=n,g=m,c=6,n=s
आक्रीडनम् आक्रीडन pos=n,g=n,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
भीरूणाम् भीरु pos=a,g=m,c=6,n=p
त्रास त्रास pos=n,comp=y
जनना जनन pos=a,g=f,c=1,n=s
शूराणाम् शूर pos=n,g=m,c=6,n=p
हर्ष हर्ष pos=n,comp=y
वर्धनी वर्धन pos=a,g=f,c=1,n=s