महाभारतम् — 8.65.20
Original
Segmented
किरात-रूपी भगवान् यया च त्वया महत्या परितोषितो ऽभूत् ताम् त्वम् धृतिम् वीर पुनः गृहीत्वा सह अनुबन्धम् जहि सूतपुत्रम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किरात | किरात | pos=n,comp=y |
रूपी | रूपिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भगवान् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यया | यद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
महत्या | महत् | pos=a,g=f,c=3,n=s |
परितोषितो | परितोषय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽभूत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
धृतिम् | धृति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वीर | वीर | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
सह | सह | pos=i |
अनुबन्धम् | अनुबन्ध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जहि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
सूतपुत्रम् | सूतपुत्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |