महाभारतम् — 8.45.60
Original
Segmented
यः संप्रहारे निशि सम्प्रवृत्ते द्रोणेन विद्धो अति भृशम् तरस्वी तस्थौ च तत्र अपि जय-प्रतीक्षः द्रोणेन यावन् न हतः किल आसीत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
संप्रहारे | सम्प्रहार | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निशि | निश् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
सम्प्रवृत्ते | सम्प्रवृत् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
द्रोणेन | द्रोण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विद्धो | व्यध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अति | अति | pos=i |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
तरस्वी | तरस्विन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तस्थौ | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
च | च | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
जय | जय | pos=n,comp=y |
प्रतीक्षः | प्रतीक्ष | pos=a,g=m,c=1,n=s |
द्रोणेन | द्रोण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
यावन् | यावत् | pos=i |
न | न | pos=i |
हतः | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
किल | किल | pos=i |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |