महाभारतम् — 8.40.106
Original
Segmented
सुदक्षिणाद् अवरजम् काम्बोजम् ददृशुः हतम् प्रांशुम् कमल-पत्त्र-अक्षम् अत्यर्थम् प्रिय-दर्शनम् काञ्चन-स्तम्भ-संकाशम् भिन्नम् हेम-गिरिम् यथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुदक्षिणाद् | सुदक्षिण | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अवरजम् | अवरज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
काम्बोजम् | काम्बोज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ददृशुः | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
हतम् | हन् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
प्रांशुम् | प्रांशु | pos=a,g=m,c=2,n=s |
कमल | कमल | pos=n,comp=y |
पत्त्र | पत्त्र | pos=n,comp=y |
अक्षम् | अक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अत्यर्थम् | अत्यर्थम् | pos=i |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
काञ्चन | काञ्चन | pos=n,comp=y |
स्तम्भ | स्तम्भ | pos=n,comp=y |
संकाशम् | संकाश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भिन्नम् | भिद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
हेम | हेमन् | pos=n,comp=y |
गिरिम् | गिरि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यथा | यथा | pos=i |