महाभारतम् — 8.4.90
Original
Segmented
संजय उवाच यस्मिन् महा-अस्त्राणि समर्पितानि चित्राणि शुभ्राणि चतुर्विधानि दिव्यानि राजन् निहितानि च एव द्रोणेन वीर-द्विज-सत्तमेन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
अस्त्राणि | अस्त्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
समर्पितानि | समर्पय् | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
चित्राणि | चित्र | pos=a,g=n,c=1,n=p |
शुभ्राणि | शुभ्र | pos=a,g=n,c=1,n=p |
चतुर्विधानि | चतुर्विध | pos=a,g=n,c=1,n=p |
दिव्यानि | दिव्य | pos=a,g=n,c=1,n=p |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
निहितानि | निधा | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
द्रोणेन | द्रोण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वीर | वीर | pos=n,comp=y |
द्विज | द्विज | pos=n,comp=y |
सत्तमेन | सत्तम | pos=a,g=m,c=3,n=s |