महाभारतम् — 8.4.39
Original
Segmented
स्यालौ तव महा-राज राजानौ वृषक-अचलौ त्वद्-अर्थे संपराक्रान्तौ निहतौ सव्यसाचिना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स्यालौ | स्याल | pos=n,g=m,c=1,n=d |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
राजानौ | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
वृषक | वृषक | pos=n,comp=y |
अचलौ | अचल | pos=n,g=m,c=1,n=d |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
संपराक्रान्तौ | संपराक्रम् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
निहतौ | निहन् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
सव्यसाचिना | सव्यसाचिन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |