Original

यस्य राजन्गजानीकं बहुसाहस्रमद्भुतम् ।सुदक्षिणः स संग्रामे निहतः सव्यसाचिना ॥ २० ॥

Segmented

यस्य राजन् गज-अनीकम् बहु-साहस्रम् अद्भुतम् सुदक्षिणः स संग्रामे निहतः सव्यसाचिना

Analysis

Word Lemma Parse
यस्य यद् pos=n,g=m,c=6,n=s
राजन् राजन् pos=n,g=m,c=8,n=s
गज गज pos=n,comp=y
अनीकम् अनीक pos=n,g=n,c=1,n=s
बहु बहु pos=a,comp=y
साहस्रम् साहस्र pos=a,g=n,c=1,n=s
अद्भुतम् अद्भुत pos=a,g=n,c=1,n=s
सुदक्षिणः सुदक्षिण pos=n,g=m,c=1,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
निहतः निहन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
सव्यसाचिना सव्यसाचिन् pos=n,g=m,c=3,n=s