महाभारतम् — 8.4.107
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एवम् ब्रुवन्न् एव तदा धृतराष्ट्रो ऽम्बिकासुतः हत-प्रवीरम् विध्वस्तम् किंचिद् शेषम् स्वकम् बलम् श्रुत्वा व्यामोहम् अगमत् शोक-व्याकुलित-इन्द्रियः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एवम् | एवम् | pos=i |
ब्रुवन्न् | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
एव | एव | pos=i |
तदा | तदा | pos=i |
धृतराष्ट्रो | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽम्बिकासुतः | अम्बिकासुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हत | हन् | pos=va,comp=y,f=part |
प्रवीरम् | प्रवीर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विध्वस्तम् | विध्वंस् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शेषम् | शेष | pos=n,g=n,c=2,n=s |
स्वकम् | स्वक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
व्यामोहम् | व्यामोह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अगमत् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lun |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
व्याकुलित | व्याकुलित | pos=a,comp=y |
इन्द्रियः | इन्द्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=s |