महाभारतम् — 8.4.106
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच आख्याता जीवमाना ये परेभ्यो ऽन्ये यथातथम् इति इदम् अभिगच्छामि व्यक्तम् अर्थ-अभिपत्त्याः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आख्याता | आख्या | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
जीवमाना | जीव् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
परेभ्यो | पर | pos=n,g=m,c=5,n=p |
ऽन्ये | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यथातथम् | यथातथ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
इति | इति | pos=i |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अभिगच्छामि | अभिगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
व्यक्तम् | व्यक्त | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
अभिपत्त्याः | अभिपत्ति | pos=n,g=f,c=5,n=s |