महाभारतम् — 8.39.35
Original
Segmented
अन् उक्त्वा च ततः किंचिद् शर-वर्षेण पाण्डवम् छादयामास समरे क्रुद्धो ऽन्तक इव प्रजाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अन् | अन् | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| ततः | ततस् | pos=i |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शर | शर | pos=n,comp=y |
| वर्षेण | वर्ष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| छादयामास | छादय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| समरे | समर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| क्रुद्धो | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽन्तक | अन्तक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| प्रजाः | प्रजा | pos=n,g=f,c=2,n=p |