Original

कर्ण कर्ण वृथादृष्टे सूतपुत्र वचः शृणु ।सदा स्पर्धसि संग्रामे फल्गुनेन यशस्विना ।तथास्मान्बाधसे नित्यं धार्तराष्ट्रमते स्थितः ॥ ११ ॥

Segmented

कर्ण कर्ण वृथा दृष्टि सूतपुत्र वचः शृणु सदा स्पर्धसि संग्रामे फल्गुनेन यशस्विना तथा अस्मान् बाधसे नित्यम् धार्तराष्ट्र-मते स्थितः

Analysis

Word Lemma Parse
कर्ण कर्ण pos=n,g=m,c=8,n=s
कर्ण कर्ण pos=n,g=m,c=8,n=s
वृथा वृथा pos=i
दृष्टि दृष्टि pos=n,g=m,c=8,n=s
सूतपुत्र सूतपुत्र pos=n,g=m,c=8,n=s
वचः वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s
शृणु श्रु pos=v,p=2,n=s,l=lot
सदा सदा pos=i
स्पर्धसि स्पृध् pos=v,p=2,n=s,l=lat
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
फल्गुनेन फल्गुन pos=n,g=m,c=3,n=s
यशस्विना यशस्विन् pos=a,g=m,c=3,n=s
तथा तथा pos=i
अस्मान् मद् pos=n,g=m,c=2,n=p
बाधसे बाध् pos=v,p=2,n=s,l=lat
नित्यम् नित्यम् pos=i
धार्तराष्ट्र धार्तराष्ट्र pos=n,comp=y
मते मत pos=n,g=n,c=7,n=s
स्थितः स्था pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part