महाभारतम् — 8.32.3
Original
Segmented
संजय उवाच तत् स्थाने समवस्थाप्य प्रत्यमित्रम् महा-बलम् अव्यूहत अर्जुनः व्यूहम् पुत्रस्य तव दुर्नये
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| संजय | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| स्थाने | स्थान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| समवस्थाप्य | समवस्थापय् | pos=vi |
| प्रत्यमित्रम् | प्रत्यमित्र | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| बलम् | बल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अव्यूहत | व्यूह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| अर्जुनः | अर्जुन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| व्यूहम् | व्यूह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| दुर्नये | दुर्नय | pos=n,g=m,c=7,n=s |