महाभारतम् — 8.32.21
Original
Segmented
कर्णो ऽपि निशितैः बाणैः विनिहत्य महा-चमूम् प्रमृद्य च रथ-श्रेष्ठान् युधिष्ठिरम् अपीडयत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कर्णो | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| निशितैः | निशा | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| बाणैः | बाण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| विनिहत्य | विनिहन् | pos=vi |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| चमूम् | चमू | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रमृद्य | प्रमृद् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| श्रेष्ठान् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| युधिष्ठिरम् | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपीडयत् | पीडय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |