महाभारतम् — 8.27.28
Original
Segmented
कर्ण उवाच स्व-वीर्ये ऽहम् पराश्वस्य प्रार्थयाम्य् अर्जुनम् रणे त्वम् तु मित्र-मुखः शत्रुः माम् भीषयितुम् इच्छसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कर्ण | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| स्व | स्व | pos=a,comp=y |
| वीर्ये | वीर्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| पराश्वस्य | पराश्वस् | pos=vi |
| प्रार्थयाम्य् | प्रार्थय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अर्जुनम् | अर्जुन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| रणे | रण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
| मुखः | मुख | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शत्रुः | शत्रु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| भीषयितुम् | भीषय् | pos=vi |
| इच्छसि | इष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |