महाभारतम् — 8.23.41
Original
Segmented
प्रणयाद् बहु-मानात् च तम् निगृह्य सुतस् तव अब्रवीन् मधुरम् वाक्यम् साम सर्व-अर्थ-साधकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रणयाद् | प्रणय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
मानात् | मान | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निगृह्य | निग्रह् | pos=vi |
सुतस् | सुत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
अब्रवीन् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
मधुरम् | मधुर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
साम | सामन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
साधकम् | साधक | pos=a,g=n,c=2,n=s |