महाभारतम् — 8.23.4
Original
Segmented
तस्मात् पार्थ-विनाश-अर्थम् हित-अर्थम् मम च एव हि सारथ्यम् रथिनाम् श्रेष्ठ सु मनाः कर्तुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
पार्थ | पार्थ | pos=n,comp=y |
विनाश | विनाश | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हित | हित | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
हि | हि | pos=i |
सारथ्यम् | सारथ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
रथिनाम् | रथिन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
सु | सु | pos=i |
मनाः | मनस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |