Original

प्रहतनररथाश्वकुञ्जरं प्रतिभयदर्शनमुल्बणं तदा ।तदहितनिहतं बभौ बलं पितृपतिराष्ट्रमिव प्रजाक्षये ॥ ६ ॥

Segmented

प्रहत-नर-रथ-अश्व-कुञ्जरम् प्रतिभय-दर्शनम् उल्बणम् तदा तद् अहित-निहतम् बभौ बलम् पितृपति-राष्ट्रम् इव प्रजा-क्षये

Analysis

Word Lemma Parse
प्रहत प्रहन् pos=va,comp=y,f=part
नर नर pos=n,comp=y
रथ रथ pos=n,comp=y
अश्व अश्व pos=n,comp=y
कुञ्जरम् कुञ्जर pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रतिभय प्रतिभय pos=a,comp=y
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=1,n=s
उल्बणम् उल्बण pos=a,g=n,c=1,n=s
तदा तदा pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अहित अहित pos=a,comp=y
निहतम् निहन् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
बभौ भा pos=v,p=3,n=s,l=lit
बलम् बल pos=n,g=n,c=1,n=s
पितृपति पितृपति pos=n,comp=y
राष्ट्रम् राष्ट्र pos=n,g=n,c=1,n=s
इव इव pos=i
प्रजा प्रजा pos=n,comp=y
क्षये क्षय pos=n,g=m,c=7,n=s