महाभारतम् — 8.12.28
Original
Segmented
सज्यम् कृत्वा निमेषात् तद् विव्याध अर्जुन-केशवौ त्रिभिः शरैः वासुदेवम् सहस्रेण च पाण्डवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सज्यम् | सज्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
निमेषात् | निमेष | pos=n,g=m,c=5,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विव्याध | व्यध् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अर्जुन | अर्जुन | pos=n,comp=y |
केशवौ | केशव | pos=n,g=m,c=2,n=d |
त्रिभिः | त्रि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
वासुदेवम् | वासुदेव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सहस्रेण | सहस्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
पाण्डवम् | पाण्डव | pos=n,g=m,c=2,n=s |