महाभारतम् — 8.1.34
Original
Segmented
गाङ्गेये निहते शूरे दिव्य-अस्त्रवत् संजय द्रोणे च परम-इष्वासे भृशम् मे व्यथितम् मनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गाङ्गेये | गाङ्गेय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निहते | निहन् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
शूरे | शूर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
अस्त्रवत् | अस्त्रवत् | pos=a,g=m,c=7,n=s |
संजय | संजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
द्रोणे | द्रोण | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
परम | परम | pos=a,comp=y |
इष्वासे | इष्वास | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
व्यथितम् | व्यथ् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |