महाभारतम् — 8.1.29
Original
Segmented
संजयो ऽहम् क्षितिपते कच्चिद् आस्ते सुखम् भवान् स्व-दोषेण आपदम् प्राप्य कच्चिन् न अद्य विमुह्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
संजयो | संजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
क्षितिपते | क्षितिपति | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कच्चिद् | कच्चित् | pos=i |
आस्ते | आस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सुखम् | सुखम् | pos=i |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
दोषेण | दोष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आपदम् | आपद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्य | प्राप् | pos=vi |
कच्चिन् | कच्चित् | pos=i |
न | न | pos=i |
अद्य | अद्य | pos=i |
विमुह्यसि | विमुह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |