महाभारतम् — 7.9.59
Original
Segmented
उत्सङ्ग इव संवृद्धम् द्रुपदस्य अस्त्र-वित्तमम् शैखण्डिनम् क्षत्रदेवम् के तम् द्रोणाद् अवारयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उत्सङ्ग | उत्सङ्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
इव | इव | pos=i |
संवृद्धम् | संवृध् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
द्रुपदस्य | द्रुपद | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अस्त्र | अस्त्र | pos=n,comp=y |
वित्तमम् | वित्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
शैखण्डिनम् | शैखण्डिन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
क्षत्रदेवम् | क्षत्रदेव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
के | क | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
द्रोणाद् | द्रोण | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अवारयन् | वारय् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |