Original

लोकत्रयं योधयेयं सदेवासुरमानुषम् ।त्वत्प्रयुक्तो नरेन्द्रेह किमुतैतत्सुदुर्बलम् ॥ ६ ॥

Segmented

लोकत्रयम् योधयेयम् स देव-असुर-मानुषम् त्वद्-प्रयुक्तः नर-इन्द्र इह किम् उत एतत् सु दुर्बलम्

Analysis

Word Lemma Parse
लोकत्रयम् लोकत्रय pos=n,g=n,c=2,n=s
योधयेयम् योधय् pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin
pos=i
देव देव pos=n,comp=y
असुर असुर pos=n,comp=y
मानुषम् मानुष pos=n,g=n,c=2,n=s
त्वद् त्वद् pos=n,comp=y
प्रयुक्तः प्रयुज् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
नर नर pos=n,comp=y
इन्द्र इन्द्र pos=n,g=m,c=8,n=s
इह इह pos=i
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
उत उत pos=i
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=1,n=s
सु सु pos=i
दुर्बलम् दुर्बल pos=a,g=n,c=1,n=s