महाभारतम् — 7.53.8
Original
Segmented
अभिमन्यु-वधम् श्रुत्वा ध्रुवम् आर्तो धनंजयः रात्रौ निर्यास्यति क्रोधाद् इति मत्वा व्यवस्थिताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अभिमन्यु | अभिमन्यु | pos=n,comp=y |
वधम् | वध | pos=n,g=m,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
ध्रुवम् | ध्रुवम् | pos=i |
आर्तो | आर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धनंजयः | धनंजय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
रात्रौ | रात्रि | pos=n,g=f,c=7,n=s |
निर्यास्यति | निर्या | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
क्रोधाद् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
इति | इति | pos=i |
मत्वा | मन् | pos=vi |
व्यवस्थिताः | व्यवस्था | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |